नई दिल्ली, दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को केजरीवाल सरकार बवाना में छह एकड़ भूमिल पर सनोथ झील को पुनर्जीवित कर रही है और इस झील को पिकनिक स्पॉट के रूप में तब्दील किया जाएगा।
श्री जैन ने आज घोगा ड्रेन में बने प्राकृतिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और बवाना में बन रही सनोथ झील का सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ मुआयना किया। घोगा ड्रेन के प्राकृतिक एसटीपी की गंदे पानी को साफ करने की क्षमता को 10 लाख लीटर प्रतिदिन से बढ़ाकर 50 लाख लीटर प्रतिदिन करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार बवाना में छह एकड़ भूमि पर सनोथ झील को पुनर्जीवित कर रही है। सनोथ झील को पिकनिक स्पॉट के रूप में तब्दील किया जाएगा।
श्री जैन ने कहा कि बवाना में बन रही सनोथ झील निर्माण स्थल का जायजा लिया और कहा कि बवाना कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) से लगभग तीन एमजीडी पानी को रिसाइकल करके सनोथ झील को जीवंत करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार सनोथ झील का पुनर्निर्माण कर पिकनिक स्पॉट के रूप में तब्दील करेगी। उन्होंने घोगा ड्रेन में प्राकृतिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का दौरा किया। यह एसटीपी वेटलैंड प्रणाली पर आधारित है और बिना बिजली के प्रतिदिन 10 लाख लीटर गंदे पानी को साफ करता है। श्री जैन ने कहा कि इस एसटीपी की गंदे पानी को साफ करने की क्षमता 10 लाख लीटर प्रतिदिन से बढ़ाकर 50 लाख लीटर प्रतिदिन की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि रिसाइकल किये गए पानी का उपयोग नजदीक के क्षेत्र में एक झील बनाकर भूजल को रिचार्ज करने के लिए किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सनोथ झील को आधुनिक तकनीकों के साथ पुनर्जीवित कर रही है। सनोथ झील को पुनर्जीवित करने का कार्य प्रगति पर है और दिसंबर 2021 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सनोथ झील की जल संचय करने की क्षमता को बढ़ाया जाना चाहिए, ताकि इस झील के माध्यम से अधिक भूजल को रिचार्ज किया जा सके। बवाना कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) से लगभग 3 एमजीडी पानी को रिसाइकल करके सनोथ झील को जीवंत करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस झील में बच्चों के लिए खेल का मैदान, पिकनिक गार्डन, पैदल मार्ग, छठ पूजा घाट और जिम जैसी सुविधाएं आम जनता के लिए होंगी। दिल्ली सरकार सनोथ झील के चारों ओर नीम, सेमल, चंपा, और बबूल जैसे कई तरह के पेड़ भी लगा रही है।
उन्होंने कहा कि सनोथ झील के बनने से न केवल भूजल को रिचार्ज करने में मदद मिलेगी बल्कि इस क्षेत्र में एक ‘इकोसिस्टम’ का भी निर्माण होगा। दिल्ली सरकार राजधानी के प्रमुख झीलों और जल निकायों को जीवंत कर रही है। इससे पहले, रजोकरी झील और संजय वन झील को दिल्ली सरकार पुनर्जीवित कर चुकी है और सनोथ झील के बनने से इस परियोजना को और बढ़ावा मिलेगा।