हिसार। संयुक्त किसान मोर्च के आज भारत बंद के आह्वान में सरकारी कर्मचारी व मजदूर संगठन भी शामिल हो गए जिससे हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, हांसी में मुख्य सड़कों और रेलमार्ग पर यातायात बिल्कुल ठप रहा। किसानों का भारत बंद शांतिपूर्ण ढंग से पूरा हो गया। हिसार में चंडीगढ़ मार्ग पर बाड्डो पट्टी टोल व दिल्ली मार्ग पर रामायण टोल पर बड़ी संख्या में आंदोलनकारी ने यातायात को ठप्प कर दिया।
बाजारों में भी किसान नेताओं ने दुकाने बंद रखने की प्रार्थना की तो दुकानदारों ने कुछ देर दुकानों को बंद कर दिया, लेकिन आंदोलनकारियों के जाने के बाद दुकानें फिर खुल गईं।आंदोलनकारी किसान आज सुबह 6:00 बजे ही रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए और राजस्थान की ओर से हिसार आने वाली ट्रेन को हिसार जिले के गांव मुकलान के पास रोक दिया और नारेबाजी की।
इसी तरह रामायण गांव के पास टोल पर किसान आकर बैठ गए और दिल्ली नेशनल हाईवे तथा रेलवे ट्रैक पर यातायात को रोक दिया। पुलिस बल भारी संख्या में तैनात किए गए थे। धरना स्थलों पर किसानों ने लंगर की व्यवस्था भी की थी। सुरजेवाला चौक (उकलाना) पर आंदोलनकारियों ने मनोरंजन के लिए रागनी कंपीटीशन की व्यवस्था की थी।
कुछ हरियाणावी कलाकार भी बुलाए गए। संयुक्त किसान मोर्चा, बाडोपट्टी टोल ने भारत बंद के दिशा-निर्देशों का पालन किया एम्बुलेंस, अस्पताल, पेपर देने वाले छात्र, चिकित्सा सेवाओं, अग्निशमन सेवाओं आदि जैसी आपातकालीन सेवाओं के रास्ता दिया आज का बंद शांतिपूर्ण और सफल रहा। सरदानंद राजली ने बताया कि बाडोपट्टी टोल पर संयुक्त मजदूर किसान मोर्चा टोल कमेटी पर धरना-प्रदर्शन भी जारी रहा।
फतेहाबाद जिले में भी आज कई स्थानों ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किए गए भारत बंद के कॉल का व्यापक असर देखा गया। भारत के अनेक हिस्सों में सफल बंद के समाचार आए तो जिला फतेहाबाद में बंद का पूर्ण असर देखा गया।
किसान संगठनों के नेता सुबह ही तय किए गए मोर्चों पर पहुंच गए और रास्तों पर ट्रेक्टर-ट्रालियां व मोटरसाईकिल आदि अड़ा कर रोड ब्लॉक कर दिए। किसान संगठनों के कार्यकर्ता बाजारों में पहुंचे और दुकानें खोलने आए दुकानदारों को दुकानें न खोलने का आग्रह किया। किसानों की कॉल पर दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दी। बाजारों में रौनक गायब थी।
छुट्टी का माहौल लग रहा था। दुकानदार व दुकानों पर काम करने गए लोग गपशप कर ताश खेलकर टाईम बिताते नजर आए। वहीं बंद के दौरान सिंघु बार्डर पर एक किसान की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि किसान की हार्ट अटैक से मौत हुई। हरियाणा रोडवेज की बसें भी सड़कों पर नजर नहीं आई। अगर जिला फतेहाबाद की बात करें तो किसानों का सबसे बड़ा प्रदर्शन फतेहाबाद के लाल बत्ती चौक पर रहा।
व्यापारी प्रतिनिधियों की एक आवश्यक बैठक अनाज मंडी में हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून लाने का बड़ा विरोध किया गया। व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित व्यापारी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान संगठनों के आहवान पर आज हरियाणा की मंडियों में पूर्ण रूप से हड़ताल रही।
प्रदेश की किसी भी मंडी में कोई अनाज की खरीद नहीं हुई। तीन कृषि कानून के विरोध में व्यापारियों ने मंडी में रोष प्रदर्शन किया। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष दलबीर किरमारा ने केन्द्र सरकार से अपील की है कि वे व्यापक जनहित को देखते हुए किसान संगठनों से बातचीत शुरू करे और तीनों कृषि कानूनों को रद करके देश में शांति कायम करें। उन्होंने कहा कि भारत बंद की व्यापक सफलता से यह सिद्ध हो गया है कि केवल किसान ही नहीं बल्कि आम जनता भी कृषि कानूनों से होने वाले संभावित नुकसान से भयभीत है।