कानपुर। गोरखपुर के रामगढ़ताल में पुलिस की कथित पिटाई से मृत प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता के शव का अंतिम संस्कार गुरूवार तड़के कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कर दिया गया। कारोबारी का शव गोरखपुर से बुधवार रात कानपुर पहुंचा था। गुरूवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को देखते हुये पुलिस शव के अंतिम संस्कार को रात में ही कराने की कोशिश में जुटी थी जबकि परिजन दोषियों को सजा और मुख्यमंत्री से न्याय मांगने की मांग के साथ अंतिम संस्कार के लिये तैयार नहीं थे।
पुलिस के आला अधिकारी परिजनों को अंतिम संस्कार करने के लिए समझाते रहे और पूरी रात कारोबारी के घर के बाहर डटे रहे। इसके बाद भोर की पहली किरण निकलते ही स्वजनों की मौजूदगी में करीब साढ़े चार बजे शव को एंबुलेंस में रखवाकर भैरव घाट पहुंचाया और अंतिम संस्कार कराया। मुखाग्नि मृतक के चाचा बृजकिशोर गुप्ता, चचेरे भाई शिवशंकर गुप्ता,नकुल गुप्ता, विशाल गुप्ता और अंकित गुप्ता ने मिल कर दी। देर रात अफसरों ने नवाबगंज निवासी मृतक के साले सौरभ से बात की तो स्वजनों ने गुरुवार भोर पहर 4: 30 बजे शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने का भरोसा दिया। पूरी रात आरआरएफ और जनता नगर चौकी फोर्स तैनात रहा।
दोपहर 3:30 बजे एसीपी नजीराबाद संतोष सिंह, एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय पहुंचे, कुछ देर बाद 3:45 बजे डीसीपी साउथ रवीना त्यागी भी पहुंच गईं। डीसीपी साउथ ने पिंक चौकी पुलिस के साथ पीड़ित पत्नी मीनाक्षी उर्फ कोमल, बहन डाली और शिवानी व अन्य महिलाओं को ढांढस बंधाया। कुछ देर बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की तैयारियां शुरू हो गई। सूरज की पहली किरण फूटते ही 4:30 बजे अर्थी को परिवार के लोग कंधे पर उठाकर गली के बाहर तक लाए। इसके बाद पुलिस अफसरों की मौजूदगी में शव को वाहन से भैरवघाट पहुंचाया गया।