नयी दिल्ली। लंदन से कोच्चि के लिए रवाना हुए एयर इंडिया के विमान में उस समय किलकारियां गूंजी, जब एक गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दिया। वहीं चालक दल के सदस्यों ने मां और शिशु को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विमान को फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ने का त्वरित निर्णय लिया। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि बच्चे का जन्म पांच अक्टूबर को हुआ।
उन्होंने बताया कि एयर इंडिया की नीति के अनुसार 32 सप्ताह की गर्भावस्था तक के यात्री बिना डॉक्टर के फिट टू फ्लाई सर्टिफिकेट के यात्रा कर सकते हैं जबकि 32-35 सप्ताह के बीच गर्भवती यात्रियों के लिए उड़ान भरने के लिए डॉक्टर की मंजूरी अनिवार्य है।
इस मामले में लगभग 29 सप्ताह की गर्भवती महिला ने चेक-इन काउंटर पर अपने डॉक्टर द्वारा एक प्रमाण पत्र दिखाया था और उसे हवाई यात्रा के लिए फिट घोषित कर दिया गया था। उन्होंने कहा, “हमारे लिए यात्री सुविधा और उनकी भलाई सबसे बढ़कर है। हमें खुशी है कि मां और नवजात शिशु सुरक्षित हैं।”