अयोध्या। उत्तर प्रदेश सरकार ने भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में तीन नवंबर को होने वाले पांचवे दीपोत्सव के मुख्य आयोजन को पहले से अधिक भव्य और अविस्मरणीय बनाने की तैयारियां पूरी कर ली है। इस बार दीपोत्सव के दौरान अयोध्या नगरी में 12 लाख दीपों को जलाया जाएगा। सोमवार से पांच दिवसीय दीपोत्सव 2021 के आयोजन की शुरुआत हो गयी है। पहले दो दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। दीपावली की पूर्व संध्या पर तीन नवंबर को मुख्य आयोजन है जिसमे प्रदेश के हर गांव से आने वाले पांच मिट्टी के दीये अयोध्या को रोशन करेंगे।
इसके लिए उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि राज्य के 90 हजार से अधिक गांवों में से प्रत्येक से पांच मिट्टी के दीपक समय पर अयोध्या पहुंचेंगे। दीपोत्सव के दौरान राम की पैड़ी पर नौ लाख दीपों का प्रज्ज्वलन किया जाएगा। इसके अलावा अयोध्या नगरी में तीन लाख दीपों को प्रज्ज्वलित किया जाएगा। इस आयोजन को देखने के लिए ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ की एक टीम अयोध्या में होगी। विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए मिट्टी के एक दीए को कम से कम पांच मिनट तक जलाना होगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही घोषणा की थी कि अयोध्या में इस बार के दीपोत्सव में 12 लाख मिट्टी के दीये जलाए जाएंगे। सरयू के तट पर रामायण की गाथा को भी अमर बनाया जाएगा। साथ ही, ‘लेजर लाइट’ में भव्य रामायण का ‘हेरिटेज’ तरीके से शो दिखाया जाएगा। श्री योगी ने वर्ष 2017 में पहली बार दीपोत्सव का आयोजन किया था। दीपोत्सव की शुरुआत 51 हजार दीयों से हुई थी। वर्ष 2019 में 4,04226 मिट्टी के दीयों, वर्ष 2020 में 6,06,569 मिट्टी के दीयों को सरयू के तट पर जलाया गया।
प्रदेश के सभी गांव और जिले इससे अयोध्या के समारोह का हिस्सा बनेंगे। जिला पर्यटन विभाग के अधिकारी जिलाधिकारियों की देखरेख में इस योजना को पूरा कराएंगे। इसके लिए राज्य भर के निर्वाचित ग्राम प्रधानों और ग्रामीण कुम्हारों से संपर्क किया जा रहा है। दीपोत्सव समारोह के लिए सरयू घाट और राम कथा पार्क को भी नया रूप दिया गया है। फ्रांसीसी कलाकार चिफुमी इन स्थानों के पास की दीवारों पर रामकथा को फिर से जीवंत कर रहे हैं। इस आयोजन के लिए अयोध्या में प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था बरकरार रखने के लिए भी अतिरिक्त चौकसी बरती जा रही है।