अब क्या होगा Yes Bank के शेयरों में, कैसे निकलेगा निवेशकों का शेयर, अब कितना करना होगा इंतजार

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Yes Bank के शेयर 18 अगस्त को 0.44 प्रतिशत गिरकर 11.20 रुपए पर बंद हुए। दिन भर के कारोबार के दौरान Yes Bank के शेयर 11.10 रुपए पर आ गए थे जो इसके पिछले 52 हफ्तों का सबसे निचला लेवल है। 2020 में Yes Bank के मोरेटोरियम के बाद इस शेयर ने अपने निवेशकों की उम्मीद तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

Yes Bank ने 2020 में फंड जुटाने के लिए 10-13 रुपए के रेंज में 2000 करोड़ नए शेयर जारी किए थे। हालांकि इतने कम भाव पर शेयर जारी करने के बावजूद अभी भी Yes Bank के आउटस्टैंडिंग शेयरों की संख्या 2500 करोड़ है। 18 अगस्त तक Yes Bank का मार्केटकैप 28.24 करोड़ हो चुका है और इसके शेयर 11.20 रुपए पर बंद हुए। अगर Yes Bank के शेयर 100 रुपए पर ट्रेड करते तो आज इसका मार्केट कैप (2500×100) 2,50,000 करोड़ रुपए होता।

ऐसे में अब सवाल ये है कि Yes Bank के शेयरों में आगे क्या होना वाला है। क्या अब ये हर दिन लो का नया रिकॉर्ड बनाएगा या फिर तेजी लौटेगी। क्या Yes Bank एकबार फिर 50 रुपए या इसके ऊपर के लेवल को छू सकता है। Yes Bank का मैनेजमेंट अपनी तरफ से तमाम कोशिशें कर रहा है ताकि बैंक को पटरी पर लाया जा सके, लेकिन फिलहाल ऐसी कोई सूरत नजर नहीं आ रही है।

दूसरे बैंकों के सामने क्या है Yes Bank का हाल?
अभी तक Yes Bank टिकाऊ प्रॉफिटेबल बिजनेस नहीं बना पाया है। यह रिकवरी के रास्ते पर है। हालांकि जब हम दूसरे बैंकों से Yes Bank की तुलना करेंगे तो कई रेशियो से एकदम सही तस्वीर नहीं बन पाएगी। हालांकि प्राइस-टू-सेल्स रेशियो के आधार पर हम Yes Bank की तुलना दूसरे बैंकों से करेंगे।

कोटक महिंद्रा बैंक का CASA इंडस्ट्री में सबसे बेहतर है और इसकी बैलेंस शीट सबसे मजबूत है। यह शेयर बाजार में बहुत अच्छे वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है। जब हम कोटक बैंक और Yes Bank की तुलना आमदनी के मल्टीपल रेशियो पर करते हैं तो कोटक महिंद्रा बैंक का प्राइस-टू-सेल्स रेशियो 11 और Yes Bank का 1.6 है। इससे संकेत मिलता है

लेकिन यह सिर्फ कैलकुलेशन है। हकीकत में ऐसा होना मुश्किल है क्योंकि कोटक महिंद्रा बैंक और Yes Bank के बीच प्रॉफिटेबिलिटी और क्षमता का बहुत बड़ा फर्क है। बैलेंसशीट के मामले में Yes Bank कोटक बैंक से काफी पीछे है।

Yes Bank के शेयरों में कोई प्रमोटर होल्डिंग नहीं
Yes Bank में अब कोई प्रमोटर नहीं है जो बैंक में अपनी ओनरशिप का ध्यान रखए। Yes Bank की मौजूदा शेयरहोल्डर ओनरशिप लगातार घट रही है और आउटस्टैंडिंग शेयरों की संख्या बढ़ रही है। फिलहाल बैंक का सबसे बड़ा फोकस अपने कामकाज को संभालना और बिजनेस के रिस्क को कम करना है।