नयी दिल्ली। भारत में अफगान अल्पसंख्यक नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 222 अफगान हिंदुओं और सिखों को ई-वीजा जारी करने और उनकी निकासी की सुविधा के लिए अपील की। सूत्रों के मुताबिक भारत में अफगान हिंदू और सिख समुदाय के नेताओं ने रविवार को संयुक्त रूप से आपात- कालीन बैठक बुलाई गयी। बैठक में इस्लामिक राष्ट्र में फंसे समुदाय को निकालने और साथ ही पूर्व सांसद नरिंदर सिंह खालसा की अफगानिस्तान में प्रस्तावित वापसी पर विचार-विमर्श किया गया।
दिल्ली के मनोहर नगर स्थित रिंग रोड स्थित गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार में हुई बैठक में प्रताप सिंह (गुरुद्वारा श्री गुरु अर्जन देव), गुलजीत सिंह (गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार), मनसा राम (गुरुद्वारा गुरु अमरदास दरबार), हीरा सिंह (गुरुद्वारा गुरु हर राय साहिब), मनोहर सिंह (खालसा दीवान वेलफेयर सोसाइटी) सहित अफगान नेता। तरिंदर सिंह सोनी (श्री गुरु सिंह सभा), बलदेव सिंह, डॉ बेअंत सिंह, फतेह सिंह, सविंदर सिंह (भाई नंद लाल सोसाइटी और दिलीप सिंह वकील ने भारत में रहने वाले अफगान मूल के हिंदू और सिख समुदाय के 50 सदस्यों के साथ बैठक में भाग लिया।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में नेताओं ने अफगानिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों के हितों के लिए सक्रिय कदम उठाने और तालिबान द्वारा अधिग्रहण के बाद 77 हिंदुओं और सिखों को हाल ही में वहां से निकालने सहित हर संभव सहायता देने के लिए भारत सरकार की सराहना की। बैठक में कहा गया कि भारत में रहने वाले हिंदू और सिख समुदाय से संबंधित कोई भी अफगान नागरिक किसी भी अप्रत्याशित घटना से बचने के लिए अगली सूचना तक बिना किसी कारण के अफगानिस्तान की यात्रा नहीं करेगा।