मनीष नरवाल बनना चाहते थे फुटबॉलर, लेकिन दिव्यांगता की चुनौतियों को शिकस्त देकर बने ‘गोल्डन’ शूटर

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मनीष नरवाल फुटबॉलर बनना चाहते थे. लेकिन दिव्यांगता की चुनौतियां थी, मगर ये चुनौतियां मनीष के एथलीट बनने के इरादे को डिगा नहीं सकी.

टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय एथलीट्स का शानदार प्रदर्शन जारी है. शनिवार को शूटिंग में भारतीय पैराशूटर्स ने कमाल कर दिया. मनीष नरवाल ने P4 मिक्स्ड50 मीटर पिस्टल एसएच-1 में गोल्ड जीता. उन्होंने फाइनल में 218.2 स्कोर के साथ पहला स्थान हासिल किया. खास बात ये रही कि इस इवेंट में दूसरे नंबर पर भी भारतीय एथलीट सिंहराज दूसरे स्थान पर रहे और उन्होंने सिल्वर जीता.

फुटबॉलर बनना चाहते थे नरवाल
मनीष नरवाल फुटबॉलर बनना चाहते थे. लेकिन दिव्यांगता की चुनौतियां थी, मगर ये चुनौतियां मनीष के एथलीट बनने के इरादे को डिगा नहीं सकी.
मनीष ने पिता और सहयोगियों की सलाह पर  2016 में शूटिंग में करियर बनाने का फैसला किया. नरवाल ने हरियाणा के फरीदाबाद में शूटिंग करनी शुरू की. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे पलटकर नहीं देखा. नरवाल कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में जीत हासिल कर चुके हैं.

2020 में मिला अर्जुन पुरस्कार
मनीष नरवाल को 2020 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. मनीष सोनीपत के रहने वाले हैं. हालांकि, वे उनके पिता दिलबाग सिंह काफी साल पहले फरीदाबाद में आकर रहने लगे थे. मनीष ने 2018 में जकार्ता में हुए एशियाई खेलों में 10 मी और 50 मीटर इवेंट में गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता था.

मनीष ने सिडनी में 2019 विश्व चैंपियनशिप में अपने शानदार फॉर्म को दोहराया. उन्होंने जिन इवेंट्स में हिस्सा लिया, उनमें से तीन में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. नरवाल ने 2021 पैराशूटिंग वर्ल्ड कप में 10 मीटर में विश्व रिकॉर्ड तोड़ते हुए 229.1 पॉइंट हासिल किए.

पीएम मोदी ने दी बधाई
मनीष नरवाल के गोल्ड जीतने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है. पीएम ने ट्वीट किया, टोक्यो पैरालंपिक में गौरवपूर्ण प्रदर्शन जारी है. युवा और बेहद प्रतिभावान मनीष नरवाल की शानदार उपलब्धि. उनका स्वर्ण पदक जीतना भारतीय खेलों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. उन्हें बधाई और आगे आने वाले समय के लिए शुभकामनाएं